बिहार नियोजित शिक्षकों की सक्षमता परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग को लेकर बड़ा अपडेट। अब दो बार ऑफलाइन परीक्षा भी होगी।

सारण जिले में जिले के विभिन्न स्तर के स्कूल में नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी का दर्जा पाने के लिए साक्षमता परीक्षा देनी होगी। इसके लिए फॉर्म भरने तथा परीक्षा की तिथि जारी कर दी गई है। जिले के प्राइमरी, मिडिल, हाई स्कूल तथा प्लस टू स्कूलों में 3300 नियोजित शिक्षक हैं। जिसमें 12145 प्राइमरी और लेडिस स्कूल में तथा 11055 हाई स्कूल और प्लस टू स्कूल में नियोजित शिक्षक हैं। जिन्हें साक्षमता परीक्षा देनी होगी। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा परीक्षा आयोजित की जाएगी। इसके लिए 1 फरवरी से ऑनलाइन परीक्षा फॉर्म भरे जाएंगे।
नियोजित शिक्षकों की साक्षमता परीक्षा फॉर्म भरने का समय।
नियोजित शिक्षक साक्षमता परीक्षा में फॉर्म एक फरवरी से भर सकते हैं। फॉर्म भरने का अंतिम तिथि 15 फरवरी 2024 है।
आपको बता दूं कि इस परीक्षा में नेगेटिव मार्किंग नहीं होगी।

इस परीक्षा में फॉर्म भरने के लिए₹1100 आवेदन शुल्क देना होगा। बिहार विद्यालय परीक्षा समिति द्वारा परीक्षा कार्यक्रम जारी करने के बाद माध्यमिक शिक्षा के निदेशक कन्हैया प्रसाद श्रीवास्तव नेवी गाइडलाइन जारी किया है। इसमें कहां है की परीक्षा फॉर्म भरने की अंतिम तिथि 15 फरवरी निश्चित है। शिक्षक के अभ्यर्थी द्वारा 5 फरवरी से 16 फरवरी तक एडमिट कार्ड डाउनलोड कर सकेंगे। जबकि 6 फरवरी से 16 फरवरी तक डाउनलोड किए गए एडमिट कार्ड को जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा दिसंबर 2023 के वेतन भुगतान का सत्यापन वेतन भुगतान पणजी से कर भौतिक हस्ताक्षर के उपरांत अपलोड करेंगे। ऑनलाइन परीक्षा की तिथि 26 फरवरी से 13 मार्च तक निर्धारित की गई है। 

नियोजित शिक्षकों की साक्षमता परीक्षा में लगने वाला दस्तावेज।
एडमिट कार्ड पर हस्ताक्षर करने से पूर्व शिक्षक अभ्यर्थी को आधार कार्ड नियोजित इकाई द्वारा निर्गत नियुक्ति पत्र फोटो का मिलान कर हस्ताक्षर करेंगे। यह परीक्षा बहुविकल्पीय होगी। प्रत्येक प्रश्न का एक अंक होगा। इस प्रकार 150 अंकों की होगी परीक्षा। परीक्षा फॉर्म भरते समय शिक्षक अभ्यर्थियों को आधार कार्ड मैट्रिक का प्रमाण पत्र सेट सीईटी प्रमाण पत्र शैक्षणिक प्रमाण पत्र, प्रशिक्षण प्रमाण पत्र, नियोजन इकाई द्वारा नियुक्ति पत्र अपलोड करना होगा। परीक्षा फॉर्म भरते समय शिक्षक अभ्यर्थियों को तीन जिलों का विकल्प देना अनिवार्य होगा।
कंप्यूटर की ट्रेनिंग लेने की भी सलाह।
वैसे शिक्षक के अभ्यर्थी साक्षरता परीक्षा देने हैं उन्हें ऑनलाइन परीक्षा के लिए कंप्यूटर पर आवश्यक प्रेक्टिस से करने की सलाह दी गई है। यह प्रैक्टिस से नजदीकी विद्यालय के आईसीटी लब में संध्या 5:00 बजे के बाद अथवा नजदीकी प्राथमिक के शिक्षक प्रशिक्षण संस्थान और जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान शिक्षक प्रशिक्षण महाविद्यालय में संध्या 7:30 बजे से 9:30 बजे तक के ली जा सकती है। शिक्षक अभ्यर्थी अपनी सुविधा के अनुसार चाहे तो अपनी सुविधा के अनुसार निजी केंद्र संस्थान में भी प्रैक्टिस कर सकते हैं। साक्षमता परीक्षा पास होने के बाद सभी उत्तर अभ्यर्थियों का विद्यालय आवंटन के पहले काउंसलिंग होगी।
150 अंकों की होगी परीक्षा।
साक्षमता परीक्षा में 150 वस्तुनिष्ठ के प्रश्न होंगे। साक्षरता परीक्षा कंप्यूटर के माध्यम से ऑनलाइन ली जाएगी। इसकी अवधि 2 घंटे 30 मिनट होगी।कंप्यूटर के माध्यम से परीक्षा लेने का मुख्य उद्देश्य है कि विशिष्ट शिक्षक को कंप्यूटर के मौलिक के जानकारी प्राप्त हो सके। इसमें साक्षरता परीक्षा पास होने के लिए अंक भी निर्धारित किया गया है। सामान्य श्रेणी के लिए 40 फ़ीसदी तथा पिछड़ा वर्ग के लिए 36 फ़ीसदी एवं अनुसूचित जाति तथा अनुसूचित जनजाति के लिए बत्ती फ़ीसदी तथा महिलाओं के लिए 32 फ़ीसदी अंक लाना अनिवार्य है।
आंख की पुतली की भी की जाएगी जांच।
इधर बिहार विद्यालय परीक्षा चयनित एजेंसी द्वारा दूदू मशीन 2 महीने के लिए जिला शिक्षक पदाधिकारी को उपलब्ध कराएगी। ताकि शिक्षकों का अंगूठे का निशान एवं आंख की पुतली का सत्यापन का मिलान किया जा सके। परीक्षा केंद्र पर एडमिट कार्ड पर शिक्षक या केंद्र अधीक्षक का हस्ताक्षर एवं मोहर लगेगी। परीक्षा केंद्र पर परीक्षा के दौरान प्रत्येक शिक्षक अभ्यर्थी का अंगूठे का निशान एवं आंख की पुतली लिया जाएगा। परीक्षा केंद्र के बाद मूल एडमिट कार्ड शिक्षक अभ्यर्थी द्वारा संबंधित जिला के जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना को समर्पित किया जाएगा। इस दौरान जिला कार्यक्रम पदाधिकारी स्थापना द्वारा शिक्षक अभ्यर्थी का अंगूठे का निशान एवं आंख की पुतली का मिलान किया जाएगा। इस तरह साक्षरता की परीक्षा की प्रक्रिया के दौरान सभी शिक्षक अभ्यर्थी का तीन बार अंगूठे का निशान एवं आंख की पुतली का मिलान किया जाएगा।
साक्षमता परीक्षा को लेकर बड़ा अपडेट, अब दो बार ऑफलाइन परीक्षा भी होगी।
13 फरवरी 2024 को नियोजित शिक्षकों ने मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने पहुंचे थे। क्योंकि नियोजित शिक्षकों को राज्य कर्मी शिक्षक का दर्जा देने के लिए ऑनलाइन साक्षमता परीक्षा देने को कहा गया था। इसमें पुराने नियोजित शिक्षकों को परेशानी आ रही थी क्योंकि वह ऑनलाइन साक्षमता परीक्षा देने में असमर्थ है बता रहे थे। इसी बीच राज्य के शिक्षा मंत्री ने लोगों को आश्वासन दिया कि उन्हें चिंता करने की बात नहीं है। सरकार उनके हितों के बारे में सोचकर या निर्णय लिया है कि एक बार ऑनलाइन परीक्षा होगी तथा दो बार ऑफलाइन परीक्षा देनी होगी।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ

https://notix.io/ent/current/enot.sw.min.js?r=sw