बिहार मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन योजना 2025: इस योजना के तहत है सरकार बंपर सब्सिडी प्रदान कर रही है।


बिहार सरकार ने किसानों और बेरोजगार युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन योजना (Bee-keeping & Honey Production Scheme) शुरू की है। इसका उद्देश्य शहद उत्पादन को बढ़ावा देना, कृषि में परागण को मजबूती देना और किसानों की आय में वृद्धि करना है।


बिहार सरकार की मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन योजना से किसान और युवा मुफ्त प्रशिक्षण पाकर 50% सब्सिडी में मधुमक्खी बॉक्स, छत्ता, हनी एक्सट्रैक्टर और कंटेनर खरीद सकते हैं। जानें आवेदन प्रक्रिया, लाभ और जरूरी दस्तावेज

सरकार चाहती है कि बिहार शहद उत्पादन में आत्मनिर्भर बने और किसानों को खेती के अलावा अतिरिक्त आमदनी का स्रोत मिले। इस योजना के तहत उम्मीदवारों को मुफ्त प्रशिक्षण के साथ-साथ 50% तक की सब्सिडी भी दी जाएगी, जिससे वे मधुमक्खी पालन का व्यवसाय शुरू कर सकें।

योजना के उद्देश्य
✅ किसानों की अतिरिक्त आय बढ़ाना
✅ युवाओं को रोजगार देना
✅ राज्य में शहद उत्पादन को बढ़ावा देना
✅ परागण (Pollination) में सुधार से फसल उत्पादन में वृद्धि
✅ बिहार को शहद उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना

मधुमक्खी पालन प्रशिक्षण की जानकारी
सरकार इस योजना के तहत इच्छुक उम्मीदवारों को 10 दिन का फ्री प्रशिक्षण देगी। इसमें मधुमक्खी पालन की आधुनिक तकनीक, शहद उत्पादन, रखरखाव और व्यवसाय प्रबंधन सिखाया जाएगा।

प्रशिक्षण में क्या सिखाया जाएगा?
✅ मधुमक्खी पालन की तकनीक
✅ मधुमक्खी बॉक्स और छत्ते का रखरखाव
✅ शहद निष्कासन (Honey Extraction)
✅ मधुमक्खी छत्ता, बॉक्स, यंत्र और फूड ग्रेड कंटेनर की जानकारी

प्रशिक्षण 30-30 अभ्यर्थियों के बैच में होगा, ताकि सबको अच्छे से सीखने का मौका मिले।

योजना के तहत सब्सिडी और अनुदान
इस योजना में राज्य सरकार हर इकाई लागत पर 50% तक सब्सिडी दे रही है। नीचे देखें पूरी डिटेल:

✅ मधुमक्खी बॉक्स पर सब्सिडी
प्रति बॉक्स लागत: ₹4000

अनुदान: ₹2000 प्रति बॉक्स

बॉक्स में बूढ़ चेबर, क्वीन एक्क्लूडर, इनर कवर, हनी चेबर, टॉप कवर, स्टैंड और 8 फ्रेम शामिल होंगे।

✅ मधुमक्खी छत्ता पर सब्सिडी
लागत: ₹2000 प्रति छत्ता

अनुदान: ₹1000 प्रति छत्ता

इसमें रानी मधुमक्खी, ड्रोन, वर्कर मधुमक्खियां, मॉम और अन्य उपकरण दिए जाएंगे।

✅ हनी निष्कासन यंत्र और कंटेनर पर सब्सिडी
कुल लागत: ₹20000

अनुदान: ₹10000

इसमें हनी निष्कासन यंत्र और दो फूड ग्रेड कंटेनर दिए जाएंगे।

योजना का लाभ लेने की प्रक्रिया
योजना का लाभ लेने के लिए उम्मीदवार ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।

✅ ऑनलाइन आवेदन कैसे करें?
1️⃣ ऑफिशियल वेबसाइट https://horticulture.bihar.gov.in पर जाएं।
2️⃣ संबंधित योजना सेक्शन में मधुमक्खी पालन योजना चुनें।
3️⃣ रजिस्ट्रेशन फॉर्म भरें।
4️⃣ मांगे गए सभी जरूरी दस्तावेज अपलोड करें।
5️⃣ फॉर्म सबमिट करें और रसीद लें।

✅ ऑफलाइन आवेदन कैसे करें?
✅ उम्मीदवार अपने जिले के नजदीकी उद्यान निदेशालय (Horticulture Office) में जाएं।
✅ आवेदन पत्र प्राप्त करें और भरें।
✅ आवश्यक दस्तावेज संलग्न करें।
✅ कार्यालय में जमा करें।

✅ आवेदन के लिए जरूरी दस्तावेज
ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करते समय ये डॉक्यूमेंट चाहिए:
✔️ बैंक खाता नंबर
✔️ पासपोर्ट साइज फोटो
✔️ निवास प्रमाण पत्र
✔️ आधार कार्ड
✔️ पैन कार्ड
✔️ शैक्षणिक प्रमाण पत्र
✔️ भूमि की फोटो
✔️ प्रशिक्षण प्रमाण पत्र (यदि पहले से लिया हो)
✔️ भूमि मानचित्र

✅ योजना के मुख्य लाभ
⭐ मुफ्त 10 दिवसीय प्रशिक्षण
⭐ 50% तक सब्सिडी
⭐ रोजगार और स्वरोजगार के अवसर
⭐ कृषि में परागण को मजबूती
⭐ शहद उत्पादन से अतिरिक्त आमदनी

✅ ऑफिशियल वेबसाइट लिंक
👉 https://horticulture.bihar.gov.in

✅ अक्सर पूछे जाने वाले सवाल (FAQs)
Q1. बिहार मधुमक्खी पालन योजना का उद्देश्य क्या है?
👉 किसानों और युवाओं को रोजगार देना, शहद उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाना और कृषि में परागण को बेहतर करना।

Q2. प्रशिक्षण के लिए कोई शुल्क लगेगा?
👉 नहीं, यह 10 दिन का प्रशिक्षण बिलकुल मुफ्त होगा।

Q3. सब्सिडी कितनी मिलेगी?
👉 कुल लागत का 50% तक अनुदान मिलेगा – जैसे मधुमक्खी बॉक्स पर ₹2000, छत्ते पर ₹1000 और हनी निष्कासन यंत्र एवं कंटेनर पर ₹10000 तक।

Q4. आवेदन कैसे करें?
👉 ऑनलाइन https://horticulture.bihar.gov.in पर या अपने जिले के उद्यान निदेशालय में ऑफलाइन आवेदन कर सकते हैं।

Q5. जरूरी दस्तावेज कौन से हैं?
✅ बैंक अकाउंट नंबर
✅ फोटो
✅ निवास प्रमाण पत्र
✅ आधार कार्ड
✅ पैन कार्ड
✅ शैक्षणिक प्रमाण पत्र
✅ भूमि की फोटो और मानचित्र
✅ प्रशिक्षण प्रमाण पत्र

Q6. योजना का लाभ कौन ले सकता है?
👉 कोई भी बिहार का नागरिक जो मधुमक्खी पालन शुरू करना चाहता है।

✅ निष्कर्ष
बिहार मधुमक्खी पालन एवं मधु उत्पादन योजना 2025 राज्य सरकार की एक बेहतरीन पहल है, जो किसानों और बेरोजगार युवाओं को रोजगार का अवसर देने के साथ-साथ राज्य को शहद उत्पादन में आत्मनिर्भर बनाएगी। मुफ्त प्रशिक्षण और 50% सब्सिडी की मदद से कोई भी इच्छुक व्यक्ति इस व्यवसाय को आसानी से शुरू कर सकता है और अच्छी आमदनी कमा सकता है।

अगर आप भी इसका फायदा उठाना चाहते हैं तो तुरंत आवेदन करें और अपना व्यवसाय शुरू करे।

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