इसके बाद निर्यात से होने वाले कुल लाभ का करीब आधा हिस्सा सीधे सदस्य किसानों के बैंक खातों में डाल दिया जाएगा। शाह ने सोमवार को सीसीएल के नए लोगों और वेबसाइट लांच करने के मौके पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि एनसीएल अस्थाई कार्यालय से कम कर रहा था। हम कर्मचारियों की भारती कर रहे हैं। एनसीएल न सिर्फ निर्यात से मुनाफा कमाने पर ध्यान केंद्रित करेगा बल्कि किसानों को निर्यात बाजार के अनुरूप उत्पाद तैयार करने में भी मदद देगा। पैकेजिंग गुणवत्ता बुनियादी ढांचे के बारे में जागरूकता पैदा करने और न्यूनतम शुल्क पर उत्पादों के मानकीकरण के लिए मापदंड स्थापित करने में मदद मिलेगा। अमित शाह ने पूसा परिसर में आयोजित अंगूठी में सीसीएल के पांच सदस्यों को सदस्यता प्रमाण पत्र भी प्रदान किया।
अमित शाह ने एनसीएल का लोगों और वेबसाइट किया लॉन्च।
शाह ने कहा एनसीएल सहकारी समितियां को उन फसलों को उगाने के लिए प्रोत्साहित करेगी जिनकी विश्व में ज्यादा मांग है। इससे जैविक उत्पादों के निर्यात में भी मदद मिलेगी। शाह ने कहा इफको और अमूल की तरह एनसीएल भी एक सफल उद्यम के रूप में उभरेगा। उन्होंने कहा कि सहकारी निर्यात निकाय में पहले से ही 1500 सदस्य हैं और इसका उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है की तहसील स्तर पर काम से कम एक सहकारी निकाय इससे जुदा हो।
निर्यात में सहकारी क्षेत्र की कमजोर स्थिति चिंता जनक।
निर्यात बाजार में सहकारी समितियां की कमजोरी उपस्थित पर चिंता जताते हुए शाह ने कहा कपास चीनी और दूध जैसी कुछ वस्तुओं के समग्र उत्पादन की तुलना में निर्यात में सहकारी क्षेत्र का योगदान बहुत कम है। सहकारी समितियां का चीनी उत्पादन में 30 फ़ीसदी हिस्सा है पर निर्यात में योगदान सिर्फ एक फ़ीसदी है। दूध उत्पादन में हिस्सेदारी 17 फ़ीसदी है पर निर्यात में यह दो फ़ीसदी से नीचे है।
एनसीएल इस अंतर को पाठ कर ग्रामीण आय को बढ़ाएगा। दूध उत्पादन मामला इथेनॉल जरा इसबगोल और जैविक उत्पादों की भारी वैश्विक मांग है।
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