UPPCS topper Divya Sikarwar, दो साल तक कमरे में बंद रही और निकली तो एसडीएम बनकर।

Divya Sikarwar, उत्तर प्रदेश पीसीएस के रिजल्ट पर अगर नजर डालें तो यह बातें स्पष्ट है कि लड़कियां बाजी मार रही है। टॉप टेन में 8 लड़कियां आकर यह सिद्ध कर दिया है कि लड़कियां इतिहास रचने जा रही है। इस रिजल्ट में शीर्ष पर आने वाली लड़की दिव्या सिकरवार है, जो एक साधारण परिवार से आती है। दिव्या सिकरवार मूल रूप से आगरा के 20 किलोमीटर दूर एक छोटी सी गांव कौड़राम गांव से संबंध है। दिव्या अपने माता पिता के संतान में सबसे बड़ी है। सबसे खास बात यह है कि वह घर पर रहकर ऑनलाइन कोचिंग यानि अपनी मोबाइल से पढ़ाई की है। इस तरह घर में रहकर पढ़ाई कर अब्बल अस्थान लाई है।

दिव्या सिकरवार की परिचय।
दिव्या आगरा से 20 किलोमीटर दूर एक छोटी सी गांव की रहने वाली है। उनके पिता राज्यपाल सिंह फौज से रिटायर हैं। फिलहाल हुआ भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता हैं। उनकी माता एक एक गृहिणी है। उनके दो भाई हैं जिनके नाम दीपक सिकरवार तथा कपिल सिकरवार है। दोनों भाई दिव्या से छोटे हैं। उत्तर प्रदेश पीसीएस में टॉपर आने से उनके घर परिवार और गांव के लोग काफी खुश हैं। वह अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता को देती है। दिव्या सिकरवार का यह तीसरा अटेंप्ड था। वह 2020 और 2001 इसमें असफल रही।
दिव्या सिकरवार की शिक्षा।
दिव्या सिकरवार की शुरुआती पढ़ाई गांव के स्कूल से ही संपन्न हुई है। वाह 10वीं तक की पढ़ाई श्रीमती शारदा देवी इंटर कॉलेज से की है। 12वीं की पढ़ाई रुला देवी इंटर कॉलेज से पूरी की है। वह बीएससी और एमएससी की पढ़ाई आगरा कॉलेज से पूरी की है। सबसे बड़ी बात यह है कि दिव्या को 12वीं क्लास तक यूपीपीसीएस के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। बीएससी करने के बाद उसे यूपीपीसीएस के बारे में किसी ने बताई और उसने ऑनलाइन कोचिंग करके तैयारी शुरू कर दी। 2020 तथा 2021 से 2 अंक से असफल रही। लेकिन वह इस असफलता से हार नहीं मानी और संघर्ष करती रही जिसका नतीजा यह हुआ कि वह 2022 में यूपीपीसीएस में प्रथम स्थान हासिल किया।

दिव्या सिकरवार की कैरियर।
दिव्या क्लास 12th के साधारण पढ़ाई करती गई क्योंकि उसे कैरियर के बारे में कुछ पता नहीं था। जब उसने बीएससी कंप्लीट किया तो किसी ने उसे यूपीपीसीएस के बारे में जानकारी दें। बीएससी करने के बाद 2020 कोरोना काल में उसने यूपीपीसीएस से की तैयारी शुरू की लेकिन परीक्षा में असफल रही। 2021 में दो नंबर से असफल रही। इस प्रकार संघर्ष करती रही और अंत में 2022 में पूरे उत्तर प्रदेश में प्रथम स्थान लाकर सबको चौका दी।
दिव्या की पूरी सफलता की कहानी इस वीडियो में देख सकते हैं।

संदेश -दिव्या को देखकर या उसकी सफलता देखकर हमें यह सीखना चाहिए कि अगर लड़कियों को मौका दिया जाए तो काफी अच्छी कर सकती है। जिस प्रकार लड़कों को बाहर भेज कर पढ़ाई कर आते हैं उस तरह अगर लड़कियों को मौका दिया जाए तो लड़कों से बहुत आगे निकल सकती है। इसलिए समय का यह मांग है कि लड़का और लड़की में भेद न करे।
दोस्तों आशा करता हूं की दिव्या सिकरवार की यह सफलता की कहानी आपको जरूर पसंद आया होगा। अगर यह सफलता की कहानी आपको पसंद आई हो तो कृपया कर लाइक और शेयर जरूर करें।

यूपीपीसीएस टॉप 10 लिस्ट।
1, दिव्या सिकरवार आगरा
2, प्रतीक्षा पांडे लखनऊ
3, नम्रता सिंह बुलंदशहर
4, आकांक्षा गुप्ता उत्तरांचल
5, कुमार गौरव अंबेडकर नगर
6, सल्तनत परवीन लखनऊ
7, मोहसिना बानो मध्य प्रदेश
8, प्राजक्ता तिवारी प्रयागराज
9, ऐश्वर्या दुबे आगरा
10, संदीप कुमार तिवारी गोंडा,
यह यूपीपीसीएल में टॉप टेन में आने वाले विद्यार्थियों की सूची है।

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